यूपी एसटीएफ की गोरखपुर यूनिट को सूचना मिली थी कि अनुज कनौजिया जमशेदपुर में छिपा हुआ है। इसके बाद एसटीएफ और झारखंड पुलिस ने संयुक्त रूप से ऑपरेशन शुरू किया। सुबह जब पुलिस टीम ने उसे घेरने की कोशिश की, तो अनुज ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलीबारी की, जिसमें अनुज मारा गया। मुठभेड़ स्थल से हथियार और अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद किए गए हैं।
अनुज कनौजिया उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के चिरैयाकोट थाना क्षेत्र के बहलोलपुर गांव का निवासी था। वह मुख्तार अंसारी गैंग का शार्प शूटर था और हत्या, लूट, जबरन वसूली तथा गैंगस्टर एक्ट सहित 23 से अधिक संगीन मामलों में वांछित था। पुलिस के अनुसार, वह लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा था, जिससे उसकी गिरफ्तारी मुश्किल हो रही थी। हाल ही में उत्तर प्रदेश पुलिस के डीजीपी प्रशांत कुमार ने उसके इनाम की राशि बढ़ाकर ढाई लाख रुपये कर दी थी।
यूपी एसटीएफ के प्रमुख अमिताभ यश ने मुठभेड़ की पुष्टि करते हुए बताया कि अनुज कनौजिया लंबे समय से फरार था और पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ था। इस ऑपरेशन को यूपी एसटीएफ और झारखंड पुलिस की बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है।
मुख्तार अंसारी की 28 मार्च 2024 को बांदा जेल में हार्ट अटैक से मौत के बाद भी उनके गिरोह के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई जारी है। इस मुठभेड़ के बाद पुलिस अन्य फरार गुर्गों की तलाश तेज करने की योजना बना रही है।
हालांकि, कुछ लोग इस मुठभेड़ की वैधता पर सवाल उठा सकते हैं, जैसा कि अक्सर ऐसे मामलों में होता है। लेकिन पुलिस ने इसे आत्मरक्षा में की गई कार्रवाई बताया है। जांच के लिए मुठभेड़ स्थल से साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं और आगे की कार्रवाई जारी है।
इस घटना से संबंधित अधिक जानकारी के लिए स्थानीय पुलिस और एसटीएफ के आधिकारिक बयान का इंतजार किया जा रहा है।
Edited by : Hari Bhan Yadav