लखनऊ : केंद्रीय विश्वविद्यालय इलाहाबाद के छात्रसंघ के अध्यक्ष रहे दिनेश सिंह यादव का लंबा राजनीतिक सफर रहा है । दिनेश छात्र राजनीति से ही गरीब, वंचित, पिछड़े और अल्पसंख्यक की आवाज़ उठाने का काम करते रहे हैं । वो कभी अखिलेश यादव के करीबी भी रहे लेकिन जब पिछड़ों को त्रिस्तरीय आरक्षण का लाभ देने के मुद्दे पर अखिलेश सरकार पलट गई तो दिनेश यादव ने सत्ता में रहते हुए अखिलेश का साथ छोड़ दिया ।
जब शिवपाल सिंह यादव ने सपा से अलग होकर नई पार्टी का गठन किया तो पहले दिनेश यादव को छात्रसभा के प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी ।
इसके बाद शिवपाल सिंह यादव ने इन्हें प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के युवजन सभा के प्रदेश अध्यक्ष पर बैठाया । अभी वे शिवपाल के करीबी नेता हैं । जब से शिवपाल सपा में गए हैं और उनके साथ के नेताओ को सपा में उचित सम्मान नहीं मिल रहा है तो वे अपने लोगों को दूसरी पार्टियों में जाने से रोक नहीं पा रहे हैं ।
अब पूर्व छात्र नेता, दलित, पिछड़ों, अल्पसंख्यको और वंचित समाज की आवाज़ दिनेश यादव प्रदेश भर के अपने हज़ारों कार्यकर्ताओं के साथ कांग्रेस में जाने की तैयारी कर चुके हैं । उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस का समय वापस आ रहा है और कांग्रेस ही 2024 में सरकार बनाएगी ।
पूर्व सपा और प्रसपा नेता दिनेश यादव आगामी 3 अक्टूबर को कांग्रेस का दामन थामेंगे । इसकी तैयारियां जोर शोर के साथ शुरू हो गयी है । पूरे प्रदेश से असंतुष्ट सपा कार्यकर्ता दिनेश यादव के साथ कांग्रेस में शामिल होंगे और उन्हें कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय सदस्यता ग्रहण कराएंगे ।
इस संबंध में दिनेश यादव का कहना है कि अब समाजवादी पार्टी का समाजवाद ही खत्म हो गया है । इस कारण से समाजवादी पार्टी के साथ रहना अब उपयुक्त नहीं और कांग्रेस में जा रहा हूं । अब सपा में मेहनत करने वालो युवाओं के लिए कोई स्थान नहीं रहा । हकीकत में समाजवाद है तो कांग्रेस में है । कांग्रेस का हाथ मज़बूत करके हम मोदी को हराएंगे । 2024 में राहुल गांधी को देश का प्रधानमंत्री बनाने का लक्ष्य होगा ।